Delhi Weather : दिल्ली वासियों के लिए आज एक राहत की खबर सामने आई है, क्योंकि पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ते प्रदूषण के बाद आज सुबह वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार देखने को मिला। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 से नीचे आ गया है, जिसके बाद शहर का एयर क्वालिटी स्तर “गंभीर प्लस” से घटकर “गंभीर” श्रेणी में आ गया।
आज तक की एक रिपोर्ट के अनुसार आज सुबह 6 बजे तक दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI 422 दर्ज किया गया है। यह आंकड़ा भले ही पिछले दिनों की तुलना में कम है, लेकिन यह अब भी खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। खबरों के अनुसार कुछ स्थानों में वायु प्रदूषण का स्तर अभी भी बेहद गंभीर है, जो नागरिकों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
अभी भी कई इलाके हैं, जहां वायु गुणवत्ता “गंभीर प्लस” श्रेणी में बनी हुई है। राजधानी के 38 में से लगभग एक दर्जन इलाके, जिनमें रोहिणी, वजीरपुर, आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, नरेला, मुंडका, अलीपुर, जहांगीर पुरी, सोनिया विहार और अशोक विहार जैसे क्षेत्रों में 24 घंटे का औसत AQI 450 से ऊपर रिकॉर्ड किया गया है। इन इलाकों में प्रदूषण का स्तर अभी भी खतरनाक बना हुआ है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए जोखिम उत्पन्न करता है।
कुछ प्रमुख इलाकों में आज AQI स्तर :
- अलीपुर (463),
- आनंद विहार (454),
- अशोक विहार (457),
- बवाना (457),
- मुंडका (463),
- नरेला (453),
- ओखला फेज-2 (407),
- और पंजाबी बाग (440)।
दिल्ली के कई इलाकों में AQI 500 के पार भी पहुंच गया था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, पंजाबी बाग, पूसा, रोहिणी, शादीपुर, सोनिया विहार, विवेक विहार, वजीरपुर, अलीपुर, आनंद विहार, बवाना, जहांगीरपुरी, और नरेला जैसे स्थानों में AQI का स्तर 500 के आसपास था, जो बेहद खतरनाक माना जाता है। इस स्थिति को देखते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय और जेएनयू जैसी प्रमुख संस्थाओं ने छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन क्लासेस आयोजित करने का निर्णय लिया है।
दिल्ली में आज मौसम भी प्रभावित हो सकता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार के लिए घने कोहरे की संभावना जताई है। जिसके अनुसार आज राजधानी में दिन का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
कुल मिलाकर, हालांकि वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है, लेकिन दिल्ली के कुछ क्षेत्र अभी भी बेहद प्रदूषित हैं और इन क्षेत्रों में निवास करने वालों के लिए स्वास्थ्य संबंधी खतरे मौजूद हैं। अधिकारियों और नागरिकों को इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए सावधानियों और उपायों को अपनाने की आवश्यकता है।